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अर्थशास्त्र की परिभाषा लिखिए?

  अर्थशास्त्र की परिभाषा - “ मानव की आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन अर्थशास्त्र कहलाता है " यह अर्थशास्त्र की सबसे सरल परिभाषा है परन्तु जैसा की आप सभी पाठक जानते हैं www.fynclick.blogspot.com आप को सबसे सरल व पूर्ण व्याख्या प्रस्तुत करता है तो इसी कड़ी में हम आगे जानेंगे कि ये " आर्थिक गतिविधियों " से सामान्यतः क्या अर्थ निकाला जाता है। अर्थशास्त्र में आर्थिक गतिविधियों से क्या तात्पर्य है? अर्थशास्त्र में  मानव की वे सभी गतिविधियां जिनमें मुद्रा शामिल होती है आर्थिक गतिविधियां कहलाती है और मुद्रा शामिल करने का मुख्य कारण लाभ कमाना होता है। आर्थिक गतिविधियों के उदाहरण - नौकरी देना, नौकरी पाना, किसी चीज का क्रय-विक्रय, किसी भी प्रकार का व्यवसाय आदि सभी आर्थिक गतिविधियों हैं। P.A Samuelson and W.D Nordhuas के अनुसार अर्थशास्त्र की क्या परिभाषा है?  P.A Samuelson and W.D Nordhuas के अनुसार अर्थशास्त्र की परिभाषा “ अर्थशास्त्र समाज द्वारा दुर्लभ संसाधनों के उपयोग से मूल्यवान उत्पादों के उत्पादन और उनके वितरण का अध्ययन करता है”  J.E Stiglitz and C.E Walsh के अनुसार अर्थशा...
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बिपिन चंद्र पाल कौन थे?

 बिपिन चंद्र पाल कांग्रेस के गरम दल से संबंधित थे जिन्होंने स्वदेशी आंदोलन को नगरीय क्षेत्रों में लोकप्रिय बनाया था, बिपिन चंद्र पाल ने न्यू इंडिया ( New India) नामक पत्र का संपादन भी किया था।

General knowledge in Hindi - चैत्य व विहार में क्या अंतर होता है?

General knowledge में आज बात करते हैं चैत्य व विहार में अंतर की चैत्य तथा विहार दोनों का संबंध बौद्ध धर्म से है, भारत की कला तथा संस्कृति में चैत्यों तथा विहारों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है , विहार बौद्ध धर्म में वे गुफाएं या कंदराएं हुआ करती थी जिनका निर्माण बौद्ध भिक्षु अपने विश्राम या रहने के लिए करते थे जबकि चैत्य का प्रयोग बौद्ध भिक्षु प्रार्थना करने के लिए करते थे। उदाहरण के लिए - अजंता की गुफाएं महाराष्ट्र में स्थित हैं जिसमें कुल 29 गुफाएं स्थित हैं व इन 29 गुफाओं में से 25 विहार व 4 चैत्य हैं।

भारत के राजद्रोह कानून की वर्तमान समय में प्रासंगिकता

 Current Affairs Today- भारत में राजद्रोह कानून  राजद्रोह कानून या Sedition Law क्या होता है?  इस आर्टिकल में हम पढ़ेंगे राजद्रोह कानून क्या है? भारत में राजद्रोह कानून की आवश्यकता ? व राजद्रोह कानून की क्या सीमाएं हैं? राजद्रोह कानून भारत की संसद द्वारा पारित एक अलग अधिनियम नहीं है बल्कि यह भारतीय दंड संहिता का एक भाग है जिसका उल्लेख भारतीय दंड संहिता की धारा 124A में किया गया है, यह 152 साल पुराना औपनिवेशिक कानून है जिसे 1870 में अंग्रेजो के द्वारा बनाया गया था। IPC के Section 124A के अनुसार राजद्रोह की परिभाषा यदि कोई व्यक्ति, बोले या लिखे गए शब्दों या संकेतों के द्वारा या दृश्य प्रस्तुति द्वारा, भारत में विधि द्वारा स्थापित सरकार के प्रति घृणा या अवमानना या असंतोष उत्पन्न करेगा तो उसे राजद्रोह के लिए आरोपी बनाया जा सकता है। ऊपर लिखे गए असंतोष शब्द में निष्ठा हीनता तथा शत्रुता की सभी भावनाओं को शामिल किया गया है। राजद्रोह भारत में एक गैर जमानती अपराध है जिसमें 3 वर्ष से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा जुर्माने के साथ या जुर्माने की बिना हो सकती है। आरोपित व्यक्ति को सरकार...

General Hindi- शेखर जोशी का जीवन परिचय

  शेखर जोशी का जीवन परिचय व प्रमुख रचनाएं  * शेखर जोशी जी का जन्म 10 सितम्बर 1932 को अल्मोड़ा के औलिया गांव में हुआ था। * शेखर जोशी की रचनाओं में पहाड़ के जीवन  का समावेश मिलता है। * शेखर जोशी की प्रख्यात कहानी “ दाज्यू ” पर बाल फिल्म सोसाइटी द्वारा फिल्म का निर्माण किया गया है। * शेखर जोशी की “ कोसी का घटवार ” नामक कहानी “ कल्पना ” नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। इसी कहानी से शेखर जोशी को पहचान मिली। *  शेखर जोशी को उत्तर प्रदेश संस्थान द्वारा महावीर प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार से 1987 में सम्मानित किया गया। * शेखर जोशी को साहित्य भूषण सम्मान 1995 में मिला। * शेखर जोशी को पहल सम्मान 1997 में मिला । * शेखर जोशी का कार्यक्षेत्र कहानीकार तथा साहित्यकार था । शेखर जोशी के प्रमुख उपन्यास - 1) अथ मूषक उवाच - शेखर जोशी का उपन्यास है। 2) चींटी के पर - शेखर जोशी का उपन्यास है। 3) मेरा पहाड़ - शेखर जोशी का उपन्यास है। 4) साथ के लोग- शेखर जोशी का उपन्यास है। शेखर जोशी का शब्द चित्र संग्रह- एक पेड़ की याद - शेखर जोशी का शब्द चित्र संग्रह है। शेखर जोशी के कहानी संग्रह- 1...

Important Questions of history for competitive examinations

 History questions for competitive exams in hindi  इस आर्टिकल में हम पढ़ेंगे इतिहास के महत्वपूर्ण प्रश्न जो अक्सर अनेक प्रतियोगिता परीक्षाओं में पूछे जाते हैं- 1. गजनी का वह प्रथम शासक कौन था जो खलीफा से सुल्तान की उपाधि धारण कर सुल्तान कहलाने वाला प्रथम शासक बना- महमूद गजनवी 2. महमूद गजनवी के भारत पर किए गए 17 आक्रमणों में से सबसे महत्वपूर्ण आक्रमण कौन सा था- सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण 1025ई 3. महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमण का उद्देश्य क्या था-  a) इस्लाम का प्रचार  b) गजनी साम्राज्य का विस्तार  c) मूर्तियों को तोड़ना एवं मंदिरों को लूटना d) मध्य एशिया में एक बड़े साम्राज्य की स्थापना के लिए धन प्राप्त करना - मध्य एशिया में एक बड़े साम्राज्य की स्थापना के लिए धन प्राप्त करना, इस प्रश्न का सही उत्तर है। 4. महमूद गजनवी के साथ भारत आए विद्वान अलबरूनी की पुस्तक का क्या नाम है- किताब उल हिंद 5. दिल्ली सल्तनत की दरबारी भाषा क्या थी- फारसी 6. आगरा नगर की स्थापना किसने की थी- सिकंदर लोदी ने 7. सल्तनत काल के किस सुल्तान की मृत्यु चौगान या पोलो खेलते हुए हुई थी- कुतुबुद्दीन ...

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 Coal india dividend news in hindi coal india ne  haal hi mai 2022 k liye dividend jari kiya hai es samay coal india 5 rupees per share k hisab se dividend degi . coal india ne es dividend ki ghoshna 8 february ko ki thi , jiski record date 21 february ko hai.yeh dividend coal india ki face value k hisab se diya jayega joki 10 rupees per share hai, es parkar february me coal india ne 50 percent ka dividend diya hai.

Static GK -भारत के राष्ट्रपति की क्षमादान शक्तियां

 Static GK in hindi- भारत के राष्ट्रपति की क्षमादान शक्तियां - भारत में क्षमाधान की शक्तियां राष्ट्रपति तथा राज्यपाल के पास हैं, भारत के राष्ट्रपति को क्षमादान शक्तियां अनुच्छेद 72 के अंतर्गत मिलती हैं जबकि राज्यों के राज्यपाल को क्षमादान की शक्तियां अनुच्छेद 161 के अंतर्गत मिलती हैं- भारत के राष्ट्रपति की क्षमादान शक्तियों का वर्णन- भारत के राष्ट्रपति के पास अनुच्छेद 72 के तहत राष्ट्रपति को उन व्यक्तियों को क्षमा करने की शक्ति प्रदान की गई है जो निम्न मामलों में किसी अपराध के लिए दोषी करार दिए गए हैं- 1. संघीय विधि के विरुद्ध किसी अपराध में दिए गए दंड में, 2. सैन्य न्यायालय द्वारा दिए गए दंड में, 3. यदि दंड का स्वरूप मृत्युदंड हो, क्या भारत के राष्ट्रपति की क्षमादान शक्ति न्यायपालिका से स्वतंत्र है? जी हां राष्ट्रपति की क्षमादान शक्ति न्यायपालिका से स्वतंत्र है वह एक कार्यकारी शक्ति है परंतु राष्ट्रपति इस शक्ति का प्रयोग करने के लिए किसी न्यायालय की तरह पेश नहीं आता, राष्ट्रपति की इस शक्ति के दो रूप हैं- अ) विधि के प्रयोग में होने वाली न्यायिक गलती को सुधारने के लिए, ब) यदि राष्ट्...

GS Mock test in hindi free

GS Mock test in hindi इस आर्टिकल आर्टिकल में आप देखेंगे Gs mock test in hindi , यह GS Mock test Hindi आपको मुफ्त में प्रदान किया जाएगा , इसके लिए आपको बस अपने पास एक पेपर व पैन लेना पढ़ेंगा , फिर जब आप हमारा GS Mock test in Hindi को हल करेंगे तो उसके लिए आपको अपनी रफ काफी या पेज में प्रश्न संख्या 1 का सही विकल्प चुनना होगा क्योंकि इस GS Mock test in Hindi में हम आपको केवल प्रश्न व उसके 4 विकल्प उपलब्ध करवाएंगे और फिर सभी प्रश्नो की सही उत्तर कुंजी आपको इस आर्टिकल को पढ़ते समय दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रदान की जाएगी , तो आइए शुरू करते हैं इस GS Mock test in Hindi को- GS Mock test in Hindi - 1 Static GK in hindi प्रश्न (1) उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में समुद्र तक फैला उपमहाद्वीप को किस नाम से जाना जाता है- A) म्यांमार B) बांग्लादेश C) भारतवर्ष D) श्रीलंका Static GK in hindi प्रश्न (2) भारत को पुराणों में क्या कहा गया है- A) भारतवर्ष B) भारत C) हिन्दुस्तान D) इंडिया Static GK in hindi प्रश्न (3) भारतवर्ष ( भरत का देश ) के निवासियों को महाकाव्यों तथा पुराणों में क्या कहा गया ...

एक दिन में कितने पहर होते हैं?

सामान्य हिन्दी :एक  दिन में कितने पहर होते हैं? एक दिन में 8 पहर होते हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं- 1) उषा 2) पूर्वाह्न 3) मध्याह्न 4) अपराह्न 5) सांय 6) प्रदोष 7) निशिथ 8) त्रियामा आप www fynclick.blogspot.com पढ़ रहे हैं।