Current affairs today ( 1 April 2020)
कालमेघ औषधीय पौधा-
कालमेघ एक औषधीय पौधा है जिसकी खोज केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान ( लखनऊ ) द्वारा की गई है, इस पौधे का उपयोग आयुर्वेद , सिद्ध, यूनानी तथा होम्योपैथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में किया जाता है । इसका वैज्ञानिक नाम एंडोग्रेफिस पैनिकुलाटा है, यह पौधा उत्तर प्रदेश केरल बांग्लादेश पाकिस्तान तथा सभी दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों में पाया जाता है, यह हरे रंग का पौधा है जो अत्यधिक कड़वा होता है इसकी पत्तियां मिर्च के पौधे के समान होती है, कालमेघ औषधीय पौधे में वायरल रोगों से लड़ने की क्षमता होती है इसमें एंडो ग्रैफिलाइट पैनिकुलेटम नामक टेटरासाइक्लिक कंपाउंड पाया जाता है जो वायरस प्रोटीन के साथ जुड़ जाता है व इसे खत्म कर देता है, कालमेघ नामक औषधीय पौधे का उपयोग एनीमिया उच्च रक्तदाब कुष्ठ रोग सांप के दांत यकृत तथा त्वचा के रोग के उपचार में किया जाता है।
चर्चा में क्यों?
कालमेघ नामक औषधीय पौधा कोरोनावायरस के उपचार में प्रयोग में लाया जा सकता है क्योंकि इसमें एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण विद्यमान होते हैं , इस पर केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान लखनऊ के वैज्ञानिकों के द्वारा शोध किया जा रहा है।
Good Info
ReplyDelete