फेस मास्क -
यह कागज की पतली सीट या कपड़े का बना हुआ होता है, इसका मुख्य कार्य सूक्ष्म जीवों को आपके स्वसन तंत्र में प्रवेश करने से रोकना होता है।
फेस मास्क के प्रकार-
फेस मास्क मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं।
1) FFP Mask -
फिल्टरिंग फेस पीस पार्टिकल या एफएफपी मास्क होता है, जिससे मुंह तथा नाक पूर्ण रूप से ढका हुआ रहता है,इस प्रकार के मास्क को N-95 मास्क भी कहा जाता है, यह वर्तमान समय में उपलब्ध सभी मास्को में से सबसे उन्नत किस्म का मास्क होता है, यह वातावरण में पाए जाने वाले 95% सूक्ष्मजीवों को अपने अंदर प्रवेश नहीं करने देता है। इस प्रकार के मास्क की सप्लाई बहुत कम है इसलिए इसका प्रयोग केवल मेडिकल क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों के द्वारा ही प्रयोग किया जा रहा है। एफएफपी मास्क दो प्रकार का होता है, एक प्रकार के मास्क में सांस लेने के लिए सूक्ष्म छिद्र दिया रहता है तथा एक में छिद्र नहीं होता है, जिस मास्क में छिद्र नहीं रहता है वह अच्छा माना जाता है।![]() |
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2) Surgical mask-
सर्जिकल मास्क कागज की पतली सीट के द्वारा बनाया जाता है, यह मास्क वर्तमान समय में अत्यधिक मात्रा में प्रयोग किया जा रहा है, इसे केवल 8 घंटे ही प्रयोग किया जाना चाहिए।3) कपड़े से बने मास्क-
फेस मास्क की बाजार में कम उपलब्धता के कारण लोगों के द्वारा घर में ही फेस मास्क बनाए जा रहे हैं, इस प्रकार के मास्क कपड़े से बनाए जाते हैं, जो सर्जिकल मास की तुलना में एक तिहाई कम कारगर सिद्ध होते हैं, इस प्रकार के मास्क का एक फायदा यह भी है की इसे दोबारा से प्रयोग किया जा सकता है, इस प्रकार के मास्क को उपयोग करते समय हमें अन्य लोगों से 6 फीट की दूरी अवश्य बनानी चाहिए।
* कपड़े से बनी फेस मास्क को DIY Mask भी कहा जाता है।
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