यकृत क्या होता है?
यकृत , मानव शरीर का पाचन में भाग लेने वाला प्रमुख अंग है, इसे अंग्रेजी में लीवर (liver) कहते हैं।
मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथी व इसका वजन-
यकृत मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथी होती है,जिसका वजन 1.5 किलो से 2 किलो के बीच होता है।
यकृत के कार्य निम्नलिखित हैं-
1) यकृत प्रोटीन के उपापचय में भाग लेता है और प्रोटीन विघटन के फलस्वरूप बनने वाले विषैले अमोनिया को यूरिया में बदल देता है।
2) यकृत प्रोटीन की अधिकतम मात्रा को कार्बोहाइड्रेट में बदल देता है।
3) कार्बोहाइड्रेट उपापचय के अंतर्गत यकृत , रक्त के ग्लूकोज(Glucose) वाले भाग को ग्लाइकोजेन(Glycogen) में बदलता है तथा इसे संचित पोषक तत्त्वों के रूप में यकृत कोशिका (Hepatic Cell) में संचित कर लेता है।शरीर को ग्लूकोज की आवश्यकता होने पर यकृत संचित ग्लाइकोजन को खंडित कर ग्लूकोज में परिवर्तित करता है इस प्रकार यह रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को नियमित करता है।
4) भोजन में वसा की कमी होने पर यकृत कार्बोहाइड्रेट के कुछ भाग को वसा में बदल देता है।
5) यकृत , फाइब्रिनोजन नामक प्रोटीन का उत्पादन करता है, जो रक्त का थक्का बनने में मदद करता है ।
6) हिपैरिन नामक प्रोटीन का निर्माण भी यकृत में ही होता है, हिपैरिन शरीर के अंदर रक्त को जमने से रोकता है ।
7) यकृत ही मृत लाल रक्त कणिकाओं को नष्ट करता है ।
8) यकृत अल्प मात्रा में लोहा, तांबा और विटामिन को संचित करके रखता है ।
9) यकृत शरीर के ताप को नियमित बनाये रखता है ।
10) भोजन में ज़हर देकर मारे गये व्यक्ति की मृत्यु के कारणों का पता लगाने में यकृत एक महत्त्वपूर्ण सुराग होता है ।
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