उत्तराखंड सामान्य ज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
उत्तराखंड के प्रमुख उत्सव-
रम्माण उत्सव- रम्माण उत्सव वैशाख महीने में, चमोली जिले के जोशीमठ ब्लॉक के सलूड, डूंग्रा व सेलंग आदि गांव में आयोजित किया जाता है।
रम्माण उत्सव के दौरान पत्तर ( पात्र ) तथा केमू ( शहतूत ) लकड़ी के बने कलात्मक मुखोटे लगाकर, रामलीला के मुख्य प्रसंगों का लोक नृत्य शैली में प्रस्तुतीकरण किया जाता है, इसके अलावा रम्माण उत्सव में वार्षिक पूजा अनुष्ठान, देवयात्रा,स्वांग आदि का भी आयोजन किया जाता है।
यूनेस्को द्वारा रम्माण उत्सव को विश्व की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर 2 अक्टूबर 2009 को घोषित किया गया।
गढ़वाली पुरुषों के परिधान-
गढ़वाली पुरुषों के द्वारा निम्न परिधान पहने जाते हैं-
1. धोती
2. चूड़ीदार पायजामा
3. कुर्ता
4. सफेद टोपी
5. पगड़ी
6.मिरजई
7. बास्कट ( मोरी )
8. गुलबंद
कंडाली उत्सव पिथौरागढ़-
पिथौरागढ़ में जनजातियों के द्वारा मनाया जाने वाला प्रसिद्ध उत्सव कंडाली उत्सव है, इसका आयोजन प्रत्येक 12वें वर्ष किया जाता है।
गौचर मेला-
चमोली जिले के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक केंद्र गौचर में लगने वाला यह औद्योगिक एवं विकास मेला 1943 में गढ़वाल के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर बर्नेडी के द्वारा शुरू किया गया था,उस समय इस मेले का उद्देश्य सीमांत क्षेत्रवासियों को क्रय विक्रय का एक मंच उपलब्ध कराना था।
वर्तमान में पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर शुरू होने वाले इस ऐतिहासिक मेले में उत्तराखंड के विकास से जुड़ी विभिन्न संस्कृतियों का खुलकर प्रदर्शन किया जाता है। जैसे कृषि, बागवानी, उद्यान, रेशम कीट पालन ,हथकरघा उद्योग एवं नवीन वैज्ञानिक तकनीक, महिला उत्थान योजना ऊनी वस्त्र उद्योग तथा गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा उत्पादित विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का भी इस मेले में प्रदर्शन किया जाता है।
जग्वाल गढ़वाली फिल्म-
जग्वाल राज्य की पहली फिल्म थी, जो गढ़वाली भाषा में बनाई गई थी, जग्वाल के निर्माता पारेश्वर गौड़ थे, जगवाल फिल्म के मुख्य अभिनेता पारेश्वर गौड़ व रमेश मैन्दोलिया थे , जबकि कुसुम बिष्ट ने इस फिल्म में अभिनेत्री की भूमिका निभाई थी।
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