Skip to main content

Posts

Showing posts from May, 2020

1858 का भारत शासन अधिनियम और उसकी विशेषताएं ( Hindi )

1858 का भारत शासन अधिनियम- इस महत्वपूर्ण कानून का निर्माण 1857 के विद्रोह के बाद किया गया, जिसे भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम या सिपाही विद्रोह भी कहा जाता है, 1858 का भारत शासन अधिनियम, भारत के शासन को अच्छा बनाने वाला अधिनियम के नाम से प्रसिद्ध है, 1858 का भारत शासन अधिनियम ही वह अधिनियम है, जिसने ईस्ट इंडिया कंपनी को समाप्त कर दिया और गवर्नर क्षेत्रों और राज्यों से संबंधित शक्तियों को ब्रिटिश राजशाही को हस्तांतरित कर दिया था। 1858 के भारत शासन अधिनियम की प्रमुख विशेषताएं- 1858 के भारत शासन अधिनियम की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं- 1) इसके तहत भारत का शासन सीधे महारानी विक्टोरिया के अधीन चला गया तथा गवर्नर जनरल का पद नाम बदलकर भारत का वायसराय कर दिया गया, इस प्रकार वॉयसराय भारत में ब्रिटिश ताज का प्रत्यक्ष प्रतिनिधि बन गया, भारत के प्रथम वायसराय लॉर्ड कैनिंग थे। 2) 1858 के भारत शासन अधिनियम ने नियंत्रण बोर्ड और निर्देशक कोर्ट को समाप्त कर भारत में चल रही द्वैध प्रणाली को समाप्त कर दिया। 3) 1858 के भारत शासन अधिनियम ने एक नये पद का सृजन किया जो कि भारत का राज्य सचिव...

1853 का चार्टर अधिनियम हिंदी में।। Charter Act of 1853 in hindi

Charter act Charter act 1853 in Hindi - 1853 in Hindi - 1793 से 1853 के दौरान ब्रिटिश संसद द्वारा पारित किए गए चार्टर अधिनियमओं की श्रृंखला में यह अंतिम अधिनियम था,संवैधानिक विकास की दृष्टि से यह अधिनियम एक महत्वपूर्ण अधिनियम था , इस अधिनियम की विशेषताएं निम्नानुसार थी- 1. 1853 के चार्टर अधिनियम ( Charter Act of 1853 ) की पहली विशेषता यह थी कि इसमें पहली बार गवर्नर जनरल की परिषद के विधायी एवं प्रशासनिक कार्यों को अलग कर दिया गया, इसके तहत परिषद में 6 नए पार्षद जोड़े गए जिन्हें विधान पार्षद कहा जाता था, दूसरे शब्दों में इसकी बात की जाए तो इसका अर्थ यह है कि इसने गवर्नर जनरल के लिए नई विधान परिषद का गठन किया जिसे भारतीय केंद्रीय विधान परिषद कहा गया, परिषद की इस शाखा ने छोटी संसद की तरह कार्य किया इसमें वही प्रक्रिया अपनाई गई जो ब्रिटिश संसद में अपनाई जाती थी इस प्रकार विधायिका को पहली बार सरकार के विशेष कार्य के रूप में जाना गया, जिसके लिए विशेष मशीनरी और प्रक्रिया की जरूरत थी। 2. 1853 के चार्टर अधिनियम ने सिविल सेवकों की भर्ती एवं चयन हेतु खुली प्रतियोगिता व्यवस्था का शुभारं...

उत्तराखंड सामान्य ज्ञान- उत्तराखंड से संबंधित प्रमुख ऐतिहासिक बिंदु

उत्तराखंड सामान्य ज्ञान में उत्तराखंड से संबंधित प्रमुख ऐतिहासिक बिंदु निम्नलिखित है- 1) उत्तराखंड पुरातत्व के जनक हेनवुड हैं, जिन्होंने 1856 ईसवी में देवीधुरा से महापाषाण कालीन पुरावशेषों की खोज की थी। 2) हरिद्वार के बहादराबाद में से ताम्र उपकरणों व मृदभांड की खोज 1951 में हुई थी। हरिद्वार के बहादराबाद से ही 1952-53 में यज्ञ दत्त शर्मा को पाषाण कालीन अवशेष प्राप्त हुए। 3) श्रीनगर गढ़वाल स्थित हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय के पुरातत्व विभाग को थापली व उत्तरकाशी में चित्रित धूसर मृदभांड के साक्ष्य प्राप्त हुए। 4) कुमाऊं विश्वविद्यालय ने रानीखेत के पास धनखल गांव में 1998 में एमपी जोशी व डीएस नेगी के संरक्षण में उत्खनन का कार्य शुरू किया। 5) यशोधर मठपाल जी ने अल्मोड़ा के राम गंगा घाटी से पुरापाषाण कालीन उपकरणों की खोज की थी । 6) शिव प्रसाद डबराल ने मलारी नामक ग्राम से महापाषाण कालीन शवाधानों की खोज की। 7) उत्तराखंड से प्राप्त लौह उपकरणों में सर्वाधिक प्राचीन उपकरण- लौह फलक है। 8) द्वाराहाट के चंद्रेश्वर मंदिर से महाश्म संस्कृति से संबंधित आकृतियां प्राप्त हुई है। म...

Big bang theory and universe in hindi

Big Bang theory And Universe in Hindi हम Big-Bang-Theory के बारे में बात करें, इससे पहले हम यह जान लेते हैं कि ब्रह्मांड क्या है? मानव मस्तिष्क में एक क्रमबद्ध रूप में जब संपूर्ण विश्व का चित्र उभरा तो उसने इसे ब्रह्मांड की संज्ञा दी, ब्रह्मांड का सबसे पहले अध्ययन मिश्र यूनानी परंपरा के खगोल शास्त्री क्लॉडियस टॉलमी ने 140 ईसवी में प्रारंभ किया, टॉलमी का यह अध्ययन जिओसेंट्रिक यानी भू केंद्रित अवधारणा पर आधारित था, जिओ सेंट्रिक या भू- केंद्रित अवधारणा के अनुसार पृथ्वी संपूर्ण ब्रह्मांड के केंद्र में है, ब्रह्मांड के संदर्भ में यह अवधारणा लंबे समय तक बनी रही। परंतु 1543 ईस्वी में पोलैंड के निकोलस कॉपरनिकस जिन्हें की ( आधुनिक खगोल शास्त्र का जनक कहा जाता है) ने जब हेलिओसेंट्रिक यानी सूर्य केंद्रित अवधारणा का प्रतिपादन किया, तू उसके पश्चात ब्रह्मांड के संदर्भ में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आया कॉपरनिकस की हेलियोसेंट्रिक अवधारणा के अनुसार ब्रह्मांड के केंद्र में पृथ्वी नहीं, बल्कि सूर्य है । यद्यपि निकोलास कॉपरनिकस की ब्रह्मांड संबंधी अवधारणा सौर परिवार तक ही सीमित थी फिर भी इस अवध...

लॉक डाउन के दौरान सबसे ज्यादा डाउनलोड किए गए 5 ऐप कौन से हैं?

यह हैं लॉक डाउन में सर्वाधिक डाउनलोड किए गए एप्स- 1. Tiktok - यह ऐप लॉक डाउन के दौरान दुनिया भर में सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप है, भारत में भी जो पहले नंबर पर है। 2. Zoom Clouds Meeting- Zoom ऐप लॉक डाउन के दौरान दूसरा सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाला ऐप है, गौरतलब है कि इस ऐप ने 11-25 मार्च के बीच  36 लाख लोगों को अपने साथ जोड़ा। 3. Aarogya Setu App- भारत सरकार के द्वारा कोरोनावायरस के मद्देनजर जारी किया गया यह ऐप दुनिया में प्ले स्टोर से डाउनलोड होने वाला तीसरा सबसे सबसे बड़ा एप् है । 4. Ludo King- लूडो किंग दुनिया भर में लोग डाउन के बीच सबसे ज्यादा  डाउनलोड होने वाला चौथा ऐप है। इस एप्स के द्वारा लोकप्रिय गेम Ludo को सिंगल वह मल्टीप्लेयर मोड दोनों में खेला जा सकता है। 5. UVideo- यह दुनिया में लॉक डाउन के दौरान सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाला  पांचवा ऐप है।

Fourteen Billion Dollars Tweet

 क्या आप लोग कभी सोचा है, एक ट्वीट की कीमत कितनी हो सकती है? एक ट्विट की कीमत कुछ भी हो सकती है यह निर्भर करता है कि वह ट्विट कौन कर रहा है। ऐसा ही एक ट्वीट अमेरिकी कंपनी टेस्ला ( अमेरिकन इलेक्ट्रिक ऑटो मेकर ) तथा स्पेस एक्स के सीईओ एलोन मस्क ने किया, इस ट्वीट के आने के बाद टेस्ला मोटर की मार्केट कैप में 14 बिलियन डॉलर की कमी दर्ज की गई। इस ट्वीट के बाद अमेरिकी बाजार का नियामक SEC ( सिक्योरिटी एक्सचेंज कमीशन ) ने टेस्ला मोटर पर कार्यवाही की बात कही है, किसी भी कंपनी के प्रमोटर द्वारा कोई भी ऐसा बयान जिससे उनकी कंपनी के शेयर में उतार-चढ़ाव हो सकता है, गैर जिम्मेदाराना माना जाता है। गौरतलब है कि एलोन मस्क ने कहा था कि उनकी कंपनी टेस्ला के शेयर करंट वैल्यूएशन पर बहुत महंगी है जिसके बाद कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। Tesla stock price is too high imo — Elon Musk (@elonmusk) May 1, 2020

यह है दुनिया के टॉप 5 हथियार आयातक देश 2020 में

SIPRI क्या है ? SIPRI का पूरा नाम स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ( Stockholm International Peace Research Institute - SIPRI ) है, इसकी स्थापना 6 मई 1966 को स्वीडन के द्वारा की गई थी, इस संस्था का प्रमुख कार्य हथियारों से संबंधित सूचना को एकत्रित करना है। 2020 में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में 2019 में $1917 Billion ( यह वैश्विक जीडीपी का 2.2% है ) मूल्य के हथियार विभिन्न देशों के द्वारा खरीदे गए, 2019 में खरीदी गई राशि में 2018 के मुकाबले 3.6% की वृद्धि दर दर्ज की गई। 2019 में देखी गई यह वृद्धि दर 2010 के बाद हथियार खरीद में हुई सबसे बड़ी वृद्धि है। दुनिया के टॉप 5 देश- United States- अमेरिका ने 2019 में हथियारों पर कुल $732 Billion का खर्च किया जो पिछले साल के मुकाबले 5.3% ज्यादा है। यह दुनिया के कुल सैन्य खर्च का 38% है। China - चीन ने 2019 में हथियारों की खरीद पर कुल 261 बिलियन डॉलर खर्च किए, जो कि पिछले साल के मुकाबले 5.1% अधिक है। India -  भारत नें 2019 में $71.1 Billion  के हथियार खरीदे, जो 2018 में किए गए सैन्य खर्च ...